डॉक्टर्स डे कविता 2019: डॉक्टर्स डे प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को सम्पूर्ण भारतवर्ष में बड़े ही उत्साह पूर्वक बनाया जाता है | इस दिन भारत में बहुत सी जगह जागरूकता अभियान का आयोजन किया जाता है | इस दिवस की स्थापना 1991 में भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में की गयी है | डॉक्टर्स डे को भारत के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर विधान चंद्र रॉय को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिए बनाया जाता है |आज इस पोस्ट के “डॉक्टर्स डे कविता 2019 – National Doctors Day Poem in Hindi” माध्यम से में आप के साथ डॉक्टर डे पर कविता शेयर कर रहा हु |
डॉक्टर्स डे कविता 2019
डॉक्टर की मन की बात….इक कविता में
“हाँ, मैं एक डाक्टर हूँ”
मुझे भगवान न समझो,
शायद मैैं हकदार नहीं,
मगर एक इंसान हूँ,
इससे तुम्हें भी इन्कार नहीं.
जब तुम जिंदगी में मस्त थे,
मैं किताबों में व्यस्त था,
तुम्हारे घर जश्न था,
मैं अस्पताल में मगन था.
तुम परिवार संग त्योहारों की खुिशयाँ मना रहे थे,
मेरी माँ और मैं,
दूर-दूर दीये जला रहे थे.
बिना नाम जात धर्म पूछे,
ये हाथ मदद को बढ़े हैं,
त्यौहार हो, रविवार हो, दिन या रात हो,
फिर भी खड़े हैं.
फिर तुम्हें कोई हक नहीं बनता,
मुझ पर झूठे आरोप प्रत्यारोप लगाने का,
अपनी दोहरी मानसिकता, कायरता, मुझ
पर थोप के जाने का.
तुम्हें दुनियाँ में लाने वाली माँ थी, संग मैं
भी खड़ा था,
तुम्हारी जिंदगी और मौत में
बीच में, जाने कितनी बार अड़ा था.
हक के लिए चिल्लाया तो अभद्र,
थक गया तो गुनहगार,
फीस माँगीं तो लालची,
अस्पताल खोला तो व्यापार.
पत्थर पूजने वाले दोहरे समाज,
मैं भी एक जान हूँ,
हाँ, मैं एक डाक्टर हूँ ,
मगर पहले एक इंसान हूँ..
डॉक्टर्स डे कविता
अगर हो जाये कभी कोई रोग
मेरे पास दौड़े आते हैं सब लोग
डेंगू मलेरिया या हो बुखार
मैं करता हूँ सबका उपचार
गले में स्टेथो पहने सफ़ेद कोट
सारा ध्यान कैसे हो ठीक चोट
हाँ सही जाना आपने इस बार
मैं हूँ आपका चिकित्सक – डाक्टर
– अनुष्का सूरी
हैप्पी डॉक्टर्स डे कविता 2019
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ईश रूप तुम माने जाते,
सारी जनता है करती पूजा,
सेवा भाव हो लक्ष्य तुम्हारा,
तुम जैसा नहीं और है दूजा।
है करबद्ध प्रार्थना तुमसे,
धर्म रूप धर कर्म करो तुम,
दीन-दुखी सब बिलख रहे हैं,
भगवत रूप में दिखते हो तुम।
मान-सम्मान गिर रहा बहुत अब,
थोड़ा उसका ख्याल करो,
चरक, सुश्रुत आदर्श हैं तेरे,
उनका तुम अभिमान करो।
परम चिकित्सक ! मान तुम उनका,
कभी नहीं खोने देना,
सेवा भाव ही कर्म तुम्हारा,
इस पथ पर चलते रहना।
National Doctors Day Poem in Hindi
Thanks doctor thanks doctor
Love You Doctor Love You Doctor
“How well treatments
Fill your happiness in life
We are crying
Laughs you send us ”
“The God of the Earth called you
You saved our lives
Serve you all
This is where your identity is ”
“One day when Accident happened
Trusting on life, I was raised
Reached when ambulance passes near you
It was the gift of life to you. ”
“Keeping Your Identity
Smile on the faces of people
Whenever you need your
Keeping Your Presence ”
“You do not deal, someone’s life
Throwing arms off of your pride
You will live in the prayers of people
Only then will you receive God’s ”
“Happy Doctor’s Day
Fill it again
You have to serve others
This is your own choice.
Happy National Doctors Day Poem in Hindi
क्यों तूने अपने विश्वास को खोया है
क्यों तूने अपने मरीज का पैसा डुबोया है
एक बात तो तू खुद से भी पूछ ले जालिम
कल को जब तू बीमार होएगा
किस डॉक्टर के बेड पर तू सोएगा
कितना अपना पैसा, तू लुटाएगा
लेकिन ध्यान रखना, ऐ आज के डॉक्टर
जिसका भी तू मरीज बनेगा
हो सकता है, वह तेरे किसी मरीज का बेटा बेटी ही हो
फिर तू सोचना अंजाम
कहां तू मुंह छिपायेगा?
जो मरीज तुझसे अपने रोग से जुड़ा था
कुछ दिन बाद उसका भगवान तू हुआ था
क्या था इस “भगवान”, शब्द का मतलब
इसके लिए तू
अपनी अंतर आत्मा को टटोल ले…..