राष्ट्रीय खेल दिवस पर कविता | National Sports Day Poem In Hindi

राष्ट्रीय खेल दिवस, जिसे हम खेल दिवस के नाम से भी जानते हैं, हर वर्ष 29 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिवस हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती के दिन मनाया जाता है, जिन्होंने अपने करियर में कई गोल बनाए और भारत को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाई। इसे हम खेल और खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए मनाते हैं, और युवाओं और बच्चों में खेल के प्रति रुचि और भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं। आज में आपके साथ राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में कुछ कविताये पेश कर रहा हु | आशा करता हु आपको ये पसंद आएँगी | इसके अलावा आप इस पोस्ट में राष्ट्रीय खेल दिवस पर कविता, नेशनल स्पोर्ट्स डे पर कविता, National Sports Day Poem In Hindi, National Sports Day Poem आदि के बारे में पढ़ सकते है

राष्ट्रीय खेल दिवस पर कविता इन हिंदी

जितने वालें हमेशा कुछ अलग नहीं करते, बल्कि वाही चीज वो अलग तरीकेसे
खेल तराशते हैं मानव क्षमता की शक्ति, इसके द्वारा विशेष बने जाते है साधरण व्यक्ति
खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेना मजबूरी नही जरुरी है
आज के दौर में सब है भाग-दौड़ में व्यस्त, न खेलने-कूदने के कारण जन्म ले रही बीमारियां समस्त

ऐ कबड्डी तू जान हैमेरी
तुझी से तो पहचान है मेरी
कबड्डी तुझे सम्मान न मिला
क्रिकेट जितना पहचान न मिला
तू ख्वाबों की वो रानी है
अपने देश की कहानी हे
तु सभ्यताओं की मेल हे
तु सांस्कृतिक वो इस खेल है
ऐ इस खेल के खिलाडी खिलेगा
तेरा चेहरा भी तुझे भी सम्मान मिलेगा
क्रिकेट जितना पहचान मिलेग़ा
कबड्डी हमारी शान है
कबडडी हमारी जान है
यह खेल नहीं है बच्चों का इसमे
दम निकल जाता है अच्छे अच्छों का.

राष्ट्रीय खेल दिवस पर कविता – National Sports Day Poem In Hindi

राष्ट्रीय खेल दिवस का मुख्य उद्देश्य खेलों की महत्ता को बढ़ावा देना और लोगों को शारीरिक गतिविधियों और खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करना है। यह दिवस स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, जो हमारी स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय खेल दिवस पर कविता, नेशनल स्पोर्ट्स डे पर कविता, National Sports Day Poem In Hindi, National Sports Day Poem खेलों को बच्चों और युवाओं के शैक्षिक और सामाजिक विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है, और इसे प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय खेल दिवस हर वर्ष मनाया जाता है।

मौका नहीं मिलता बेटियों को
इस बात का गम है,
जिन बेटियों को मौका मिला
उन्होंने दिखाया अपना दम है.
कुछ भी कर सकती है बेटियां
उन्होंने ये कर के दिखाया है,
कई गोल्ड मेडल लाकर
पूरी दुनिया को बताया है.

 

खेलों का महत्व, बता रहे हम, राष्ट्रीय खेल दिवस, सजा रहे हम।

खेलों की मिट्टी से बने हैं वीर, उन्हीं की खातिर, मना रहे हम।

खेल का मैदान, सिखाता सबक, जीवन का खेल, खेल रहे हम।

खेलना है जरूरी, जीवन में हर क्षण, यही संदेश, दे रहे हम।

खेलों से बढ़ता, मानसिक बल, इसे समझ, जगा रहे हम।

खेल दिवस का आयोजन, खेलों का महत्त्व, समझा रहे हम।

खेल का ज्ञान, बढ़ाता गयान, इसे समझ, बता रहे हम।

राष्ट्रीय खेल दिवस, आया फिर से, खेलों की महिमा, गा रहे हम।

नेशनल स्पोर्ट्स डे पर कविता

खूब करिश्मा दिखाता है बैट,
हुनरमंद हाथों में जब आता है बैट,
कोहली का साथ हो तो
चौका-छक्का खूब लगता है बैट.

क्रिकेट में सबको बल्लेबाजी भाती है,
पर सबको बल्लेबाजी कहाँ आती है,
रोहित शर्मा थोड़ी देर टिक जाए तो
बैट निश्चित ही शतक बनाती है.

अच्छे बॉल पर भी रन लाता है बैट,
जब अच्छे खिलाड़ी के हाथों में आता है बैट,
जो खिलाड़ी खेल नहीं पाते है
उनको आउट करवाता है बैट.

दर्शको से ताली खूब बजवाता है बैट,
सबके हृदय में ख़ुशी की लहर दौड़ाता है बैट,
जीत की उम्मीद लगी रहती है
जब धोनी के हाथों में होता है बैट.

अच्छी खिलाड़ी के हाथो में ही भाता है बैट,
अच्छी गेंद पर आउट हो जाता है बैट,
थोड़ा सा सबको मायूस कर जाता है बैट
जो दिखलाये चतुराई उसको जीत दिलाता है बैट.

National Sports Day Poem In Hindi

सिंधु, साक्षी और दीपा ने,
गौरव देश का बढ़ाया है,
अपने उच्च प्रदर्शन से रियो ओलंपिक में,
भारत को सम्मान दिलाया है,
बेटियां कम नहीं है बेटो से,
ये सबको अहसास दिलाया है,
अपने मातपिता, परिवार के संग,
देश का सिर गर्व से ऊँचा उठाया है,
रखती हैं हौसला बेटियां भी,
छूने का बुलंदियां आसमान की,
उनको गर पंख फैलाने दो,
पहचान उन्हें भी बनाने दो,
ऐसा करिश्मा इन बेटियों ने,
करके दिखलाया है,
अपनी मेहनत और लगन से,
ओलिम्पक खेल में नया इतिहास रचाया है।।

 

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