अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्पीच 2018 – Speech on International Girl Child Day in Hindi 2018

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्पीच 2018- Speech on International Girl Child Day in Hindi 2018

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्पीच 2018: हर साल 11 अक्टूबर को “अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस” के रूप में चिह्नित किया गया है। इस दिन का उद्देश्य लड़कियों के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना | उनके मानवाधिकारों की पूर्ति के दौरान लड़कियों की जरूरतों और चुनौतियों का सामना करना, चुनौती देना है।अवलोकन लड़कियों के लिए अधिक अवसर का समर्थन करता है और दुनिया भर में लड़कियों द्वारा उनके लिंग के आधार पर लिंग असमानता के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। इस असमानता में शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार, चिकित्सा देखभाल, और भेदभाव, हिंसा से सुरक्षा जैसे क्षेत्रों शामिल हैं। आज में आपके सामने “अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्पीच 2018, Speech on International Girl Child Day in Hindi 2018” अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्पीच शेयर कर रहा हु| जिसे आप अपने दोस्तों को रिश्तेदारों को इस विषय में अच्छे से बता सकते है |

Speech on International Girl Child Day in Hindi 2018

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्पीच 2018- Speech on International Girl Child Day in Hindi 2018

लड़कियों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस दुनिया भर की लड़कियों द्वारा सामना किए जाने वाले मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। समाजिक लोगों के बीच उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिये और समाज में लड़कियों की स्थिति को बढ़ावा देने के लिये इसे मनाया जाता है। ये बहुत जरुरी है की विभिन्न प्रकार के समाजिक भेदभाव और शोषण को समाज से पूरी तरह से हटाया जाये जिसका हर रोज लड़कियाँ अपने जीवन में सामना करती हैं।लड़कियों का दिन न केवल लड़कियों के सामने आने वाले मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि उन समस्याओं को हल करने की संभावना भी होती है।

उदाहरण के लिए, लड़कियों को शिक्षित करना बाल विवाह, बीमारी की दर को कम करने में मदद करता है और लड़कियों को उच्च भुगतान नौकरियों तक पहुंचने में सहायता करके अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद करता है।महिलाओं की स्थिति में सुधार करने के लिये शिक्षा बहुत प्रभावी कदम है क्योंकि ये इन्हें वित्तीय रुप से आत्मनिर्भर बनाता है। समाज में महिलाओं के समान अधिकार और अवसरों को सुनिश्चित करने के लिये सरकार ने कन्या बचाओं कदम उठाया है।

कुछ वर्ष पहले, पुरुषों के मुकाबले में महिलाओं की संख्या में भारी गिरावट थी। ये महिलाओं के खिलाफ अपराधों को बढ़ने के कारण था जैसे: कन्या भ्रूण हत्या, दहेज के लिये हत्या, बलात्कार, गरीबी, अशिक्षा, लिंग भेदभाव आदि। समाज में महिलाओं की संख्या को बराबर करने के लिये, लोगों को बड़े स्तर पर कन्या बचाने के बारे में जागरुक करने की आवश्यकता है।

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्पीच 2018

लड़की के बचाओ के सन्दर्भ में लिये गये प्रभावशाली कदम

बेटी बचाओ के सन्दर्भ में लिये गये बहुत से प्रभावी कदम निम्नलिखित है:

  • वर्षों से, भारतीय समाज में माता-पिता के द्वारा लड़के के जन्म की चाह के कारण महिलाओं की स्थिति पिछड़ी हुई है। इसने समाज में लिंग असमानता का निर्माण किया और लिंग समानता को लाकर इसे हटाना बहुत आवश्यक है।
  • समाज में व्याप्त अत्यधिक गरीबी ने महिलाओं के खिलाफ सामाजिक बुराई जैसे दहेज प्रथा जन्म दिया है जिसने महिलाओं की स्थिति को बद से बदतर (बहुत बुरा) बना दिया है। आमतौर पर माता-पिता सोचते है की लड़कियाँ केवल रुपये खर्च कराती है जिसके कारण वो लड़कियों को बहुत से तरीकों (कन्या भ्रूण हत्या, दहेज के लिये हत्या) जन्म से पहले या बाद में मार देते है, कन्याओं या महिलाओं को बचाने के लिये ये मुद्दे समाज से बहुत शीघ्र खत्म करने की आवश्यकता है।
  • अशिक्षा एक दूसरा मुद्दा है जो दोनों लिंगों (लड़कों और लड़कियों) को उचित शिक्षा देने के माध्यम से खत्म किया जा सकता है।
  • बालिकाओं के जीवन को बचाने के लिये महिलाओं का सशक्तिकरण बहुत प्रभावशाली यंत्र है।
  • बेटी बचाओ के सन्दर्भ में कुछ प्रभावशाली अभियानों के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जाना चाहिये।
  • एक लड़की माँ के गर्भ में साथ ही साथ बाहर भी असुरक्षित है। वो जीवन भर उन पुरुषों के माध्यम से कई मायनों में भयभीत रहती है जिसने उन्हें जन्म दिया है। जिस पुरुष को उसने जन्म दिया है वो उससे शासित होती है और जो हमारे लिये बहुत हास्यपद और शर्मनाक है। कन्याओं को बचाने और उनके सम्मान को बनाने के लिये, शिक्षा सबसे बड़ी क्रान्ति है।
  • एक लड़की को प्रत्येक क्षेत्र में समान पहुँच और अवसर देने चाहिए।
  • सभी सार्वजनिक स्थानों पर लड़कियों के लिये रक्षा और सुरक्षा के प्रबंध करने चाहिए।
  • एक लडकी के परिवार के सदस्य बालिका बचाओं अभियान को सफल बनाने के लिए बेहतर लक्ष्य हो सकते है।

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्पीच इन हिंदी

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्पीच 2018- Speech on International Girl Child Day in Hindi 2018

लड़की के अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने का उद्देश्य

  • समाज में लड़कियों के लिये नए मौके देता है. लोगों की चेतना को बढ़ाने के लिये. अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रुप में इसे मनाया जाता है।
  •  समाज में लड़कियों के द्वारा सामना किये जा रहे है असमानता को हटाना।
  • ये सुनिश्चित किया जाये की  समाज में हर लड़की को उचित सम्मान और महत्व दिया जा रहा है।
  • ये सुनिश्चित किया जाये की देश में हर लड़की को उसके सभी मानव अधिकार मिलेंगे।
  • देश में बाल लिंगानुपात के खिलाफ कार्य करना तथा लड़की के बारे में लोगों का दिमाग बदलना है।
  • लड़कियों के महत्व और भूमिका के बारे में जागरुकता बढ़ाने के द्वारा लड़कियों की ओर दंपत्ति को शुरुआत करनी चाहिए।
  • उनके स्वास्थ्य, सम्मान, शिक्षा, पोषण आदि से जुड़े मुद्दों के बारे में चर्चा करना।
  • देश में लोगों के बीच लिंग समानता को प्रचारित करना।

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निष्कर्ष

हमारे समाज की कई वर्गों कि लोगों मे आज भी ये सोच है कि लड़कियां कहीं न कहीं लड़कों से पीछे हैं। वक़्त आ गया है लड़का लड़की में अंतर जैसी सोच को समाज से बाहर फेंकने की | और हमारे समाज की बहु बेटियों को उनके पुरे हक देने की। लडकियां लड़कों के बराबर है, बस जरुरत है तो हमे अपनी सोच बदलने की। लड़कियों को हर क्षेत्र में मौका देना चाहिए अपनी स्थान बनाने की| हमे लड़कियों की फैसलों और सोच की आदर करना चाहिए और उन्हें अपनी ख्वाहिशों को पूरा करने देना चाहिए।

आईए आज से ये संकल्प करें की लड़का और लड़की में हम अब से कोई भेदभाव न करें और लड़कियों को उनका पूरा हक देने से न हिचकिचाएं। हम अपने सोच को बदल कर देश की हालत को बदल सकते हैं। हममे ही है देश और हममे ही है उसका भविष्य। आइए लड़कियों को उनकी हक दे कर देश की भविष्य को और उज्जवल बनाएं।

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